कोई भरता है भय, कोई देता है स्नेह, कोई बेचैन करता
कोई दूर से ही दुआ करता, अपना स्नेहिल स्पर्श भेजता। बिन बोले सब सुन लेता, बिन कहे प्रेम करता, हमें अपना समझता पर चुपचाप रहता। - सीमा
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