मैं बेतहाशा भागती थी ख्यालों में कि वो मेरी पहुँच से दूर था!
मैं घूम कर लौट आती थी अपने खुरदुरी सतह पर और महसूस करती थी सिर्फ उसकी कोमलता!
- सीमा
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