एक अंजाना सा दर्द
अक्सर दवाब
डालता है मेरे दिल पे
उस दर्द का कोई
नाम ,पता नहीं !
कुछ दिनों पहले
तुमने अपना उदास
चेहरा रखा था मेरी
गोद मे और
मेरे लाख पूछने पे भी
तुम कुछ ना कह पाए !
पर दबे पाँव
तुम्हारा दर्द
समा गया था
मेरे दिल में !
हाँ ,तभी से
मैं भी रहने लगी
हूँ गुमसुम !
आओ हम दर्द
साँझा कर लें !
गम को बाँट कर
अाधा - आधा कर लें !!
- सीमा
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