Thursday, July 16, 2015

सादे पन्नें



तुमने पूछा मेरा हाल 
मैंने भेज दिए कुछ 
सादे पन्ने !!

मुझे पता था 
उन सादे पन्नो से  
पढ़ लोगे तुम 
मेरे अनकही 
बातो को ,
पर
तुम भी कहाँ 
कुछ लिख   पाए 
और भेज दिया 
सादा ही !

मैंने भी 
पढ़ ली है 
उन  सारी 
अनकही बातो को  

तभी तो 
आँखों से 
बहते सावन से   
भींग गए हैं वो 

 सादे पन्ने !!

- सीमा 

3 comments:

  1. मैंने
    पढ़ ली है
    उन सारी
    अनकही बातो को

    तभी तो
    आँखों से
    बहते सावन से
    भींग गए हैं वो

    सादे पन्ने !!

    मौन की भाषा बहुत कुछ कह जाती है ! सुन्दर शब्द सीमा जी

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