Monday, March 30, 2015

मेहमान



बहुत बार हम कुछ
ज्यादा साज- सज्जा
कर लेते है ,
थालियों को पकवानो से
भर देते है और
मेहमान आते है प्यार के भूखे !
वो सिर्फ स्नेह और प्रेम
खोजते हैं !!

कई बार घर के डब्बे
रहते है खाली ,
घर होता है
अस्त - व्यस्त ।
मेहमान आते हैं
नाक , भौं सिकोड़ते हैं ,
हम पर हँसते हैं और
अपनी शान बघार कर
चल देते हैं ।
-  सीमा श्रीवास्तव 

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