आँसूओ की दास्तान
****************
आँसूओ को कभी हम
छुपाते हैं।
कभी रो पड़ते हैं
सब के सामने ही ,
चाहते हैं कोई
हमारे आँसू पोंछे !
कभी अंदर ही अंदर घुटते हैं
पर रो नहीं पाते ,
कभी बड़ी बहादुरी से
सह लेते हैं सब कुछ
बिना आँसू बहाए !!
इन आँसूओ को दिखाने ,छुपाने
और पी जाने का
हर एक का
अपना अंदाज
होता है !
इन आँसूओ के बिन
जिंदगी की माला
पूरी होती है क्या ?
सच! बड़ी अनोखी है
इन आँसूओ की दास्तान,
पर
कितने ही बूँदो को
छिपा लेती है
एक प्यारी सी मुस्कान !!
- सीमा
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आँसूओ को कभी हम
छुपाते हैं।
कभी रो पड़ते हैं
सब के सामने ही ,
चाहते हैं कोई
हमारे आँसू पोंछे !
कभी अंदर ही अंदर घुटते हैं
पर रो नहीं पाते ,
कभी बड़ी बहादुरी से
सह लेते हैं सब कुछ
बिना आँसू बहाए !!
इन आँसूओ को दिखाने ,छुपाने
और पी जाने का
हर एक का
अपना अंदाज
होता है !
इन आँसूओ के बिन
जिंदगी की माला
पूरी होती है क्या ?
सच! बड़ी अनोखी है
इन आँसूओ की दास्तान,
पर
कितने ही बूँदो को
छिपा लेती है
एक प्यारी सी मुस्कान !!
- सीमा
प्यारी भावपूर्ण आंसुओं की कहानी ,,,,,,,,,,,!
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