Sunday, February 15, 2015

उम्मीद

किसी और से   उम्मीदे 

पालते हो क्यूँ ?

खुद को खुद ही प्यार 

कर लो ना !!

जिसके नूर से रोशन है 

तेरी ये दुनिया 

उसे भी जरा सा याद 

कर लो ना !!

मत भूलो वो है 

तेरे ही अंदर 

खुद को एक बार 

जरा टटोलो ना !!

सीमा  श्रीवास्तव 

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