"दर्द नशा है इस मदिरा का, विगत स्मृतियाँ साकी हैं, पीड़ा में आनंद जिसे हो आये मेरी मधुशाला."
Dhanywaad
Beautiful lines by..Bachchan ji....Thank u..Manoj ji..
"दर्द नशा है इस मदिरा का, विगत स्मृतियाँ साकी हैं, पीड़ा में आनंद जिसे हो आये मेरी मधुशाला."
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