सुनो बहन,
परफेक्ट लेडी बनने के
जोश में ,मत हो परेशान
एक पैर पर खडी होकर
मत करो कमजोर
अपनी हड्डियॉ....
मत ज्यादा उलझाओ
इस दिमाग को,
कि थोडी शांति,
थोडा सुकून,एक लम्बी सांस
और थोडा विश्राम कितना जरूरी है,
ये पता है मुझे ।
थकने से पहले बैठो जरा
टूटने से पहले खुद से
जुडो जरा....
देखो,
सूरज तो सांझ तक ढल जाता है,
पर तुम्हें तो चांद से भी
करनी होती है गुफ्त्गू..
बिन तुम्हारे घर का चूल्हा
उदास लगता है....एक,
जूठा ग्लास भी इधर उधर
भटकता है..तो,
मैंने जो कहा उसका तुम ख्याल रखना
रोज की भागदौड में अपना भी
ध्यान रखना....
सीमा श्रीवास्तव...
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