Saturday, August 2, 2014

आसमाँ में उभरे

 उस छितरे से

चाँद को देखा है  कभी। ……

जो बादलों की

 चहल पहल से

दिखता है

बंटा बंटा सा

ढक देता है

 उसका असली चेहरा

बादलों का  कतरा कतरा

सीमा श्रीवास्तव 

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